पिछले डेढ़ साल से हमने घर में आर.ओ. वाटर प्यूरीफायर लगवा रखा है। कभी इस बात पर गौर नहीं किया कि यह जितना पानी साफ करता है लगभग उतना ही बरबाद करता है। इस गर्मी में टी.वी. और अखबारों में भारत के कई हिस्सों में सूखे से इंसनाें और पशुओं के मरने की खबरें देख रहा था। पानी के लिए कई जगह लोगों में मारपीट भी हो रही है। इस सबको देखकर मुझे भी लगा कि भाई हम तो पानी को बेहिसाब बहाये जा रहे हैं और लोगों को पानी पीने के लिए मिल नहीं रहा है। सो एक मिट्टी का घड़ा लेकर आये और आर.ओ. वाटर प्यूरीफायर से निकलने वाले बेकार पानी का इनलेट उसमें डाल दिया। अब यह सारा पानी घड़े में गिरता है और घड़ा भरने पर मैं इस पानी से अपनी बाल्कनी के गमलों की सिंचाई करता हूँ और बाल्कनी की फर्श को धोने का भी काम कर लेता हूँ।
अभी किसी रिसर्च में भी पढ़ रहा था कि आर.ओ. वाटर प्यूरीफायर टेक्नालाजी से चालीस प्रतिशत पानी बरबाद होता है। वैसे तो इससे और भी कई नुकसान हैं लेकिन दिक्कत यह है कि पानी साफ करने के अन्य तरीके उतने व्यावहारिक और सुविधाजनक नहीं हैं। फिलहाल मेरा यह पोस्ट डालने का मकसद यही था कि वे सभी लोग जो आर.ओ. वाटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करते हैं वे क़पया इससे निकलने वाले बेकार पानी का भण्डारण करें और उसे रोज़मर्रा के तमाम कामों में इस्तेमाल करें। पानी बचायें, जीवन बचायें।
2 टिप्पणियां:
आरो प्यूरीफायर पानी की बर्बादी तो करता ही है.... साथ ही पानी को इतना ज्यादा छान देता है कि शरीर को जिन तत्वों की जरूरत है, उन्हें भी छान देता है।
आपने सही फरमाया है इस पानी का आसानी से सरंक्षण किया जा सकता है और प्रयोग भी ...
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