यह संयोग की बात है कि मेरी पिछली पोस्ट 31 जुलाई को प्रकाशित हुई और आज 31 अगस्त को में वापस ब्लॉग पर आ रहा हूँ। इतने दिन ब्लॉग से अनुपस्थित रहने का कारण बहुत ही खुशनुमा है। दरअसल 1 अगस्त को सुबह 8;56 बजे मैं एक नन्हीं सी प्यारी सी बेटी का पिता बन गया। यह सौभाग्य मुझे दूसरी बार मिला है। इससे पहले यह खुशी 28 अप्रैल 2008 को आई थी जब मुझे एक पुत्र की प्राप्ति हुई थी। जन्म लेने के बाद से ही नवजात शिशु को लेकर जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। चूँकि सीजेरियन आपरेशन से पत्नी का प्रसव हुआ था, इसलिए जिम्मेदारियां और भी बढ़ गयीं। फिलहाल मैं तो एक नन्हीं परी का पिता होने का सुख उठा रहा हूँ, लेकिन साथ ही एक दूसरी समस्या भी खड़ी हो गयी है। मेरा तीन वर्षीय बेटा अपने को अलग-थलग महसूस करने लगा है और कुछ चिडचिडा भी हो गया है। इसलिए दो-दो बच्चों को एक साथ संभालना पड़ता है। लेकिन इसी का नाम तो जिन्दगी है, थोड़ी खट्टी थोड़ी मीठी। जल्द ही ब्लॉग पर जोश के साथ वापस लौटूँगा। तब तक आप नीचे मेरी नन्हीं परी की तस्वीर देखिये और बताइये कैसी लगी।
17 टिप्पणियां:
badhaai ho... pari to pari hai, bete ko batana hai ki yah pari sirf uski hai... wah khush hoga
are waah.. bahut mubarak ho..
बधाई एवं शुभकामनायें।
Bahut mubarak ho aapko! Eid aapke liye sundar-sa tohfa leke aayee!
आपको बच्ची के जन्म की बहुत-बहुत शुभ कामनाएँ।
बधाई हो घनश्याम बाबू, नन्हीं परी एकदम परी सरीखी दिख रही है:)
छोटे बच्चों के साथ ये बहुत आम समस्या है, ठीक हो जायेगी। आपको दोनों बच्चों पर ध्यान देना होगा। ब्लॉगिम्ग चलती रहेगी, इन अनमोल धरोहरों को पूरी जिम्मेदारी से संभालिये।
फ़िर से बधाई।
हार्दिक बधाई.....शुभकामनायें आपको
बहुत क्यूट ये परी .....गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें
दूसरी बार पिता बनने पर हार्दिक बधाई !
आपका जीवन सपरिवार सुखमय हो !
बहुत बहुत बधाई स्वीकारें...बेटियां किस्मत वालों के घर आती हैं
नीरज
वाह, बिल्कुल नन्ही परी लग रही है। बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
.
चांदनी के हसीन रथ पे सवार...तेरे घर आई एक नन्हीं परी.....बहुत बहुत बधाई....
A grand party is due Sir.
.
मुबारकां घनश्याम जी।
अगर घर का पता दें, तो मिठाई खाने आ जाऊं।
------
ब्लॉग समीक्षा की 32वीं कड़ी..
पैसे बरसाने वाला भूत!
ढेरों बधाइयां. बच्ची को जीवन की सभी प्रसन्नताएं प्राप्त हों, अनगिनत शुभेच्छाएं.
घनश्याम जी, इस शमा को जलाए रखें।
------
....साधना बुलाती है।
मन की प्यास बुझाओ, पूरी कर दो हर अभिलाषा।
आपको बच्ची के जन्म की बहुत-बहुत शुभ कामनाएँ।
वाह! देर से ही सही बधाई!
बच्ची के लिये खूब सारी मंगलकामनायें।
बच्ची को यह लोरी सुनवायें मेरी माताजी की आवाज में। http://hindini.com/fursatiya/archives/375
एक टिप्पणी भेजें